आपके प्रश्न और उनके उत्तर

नमस्कार !
आपने हमारी बेव साइट http://www.astrobhadauria.com से अपने प्रश्न मुझे भेजे है उनके उत्तर आपका नाम सार्वजनिक प्रकाशित नही करने के बाद केवल उत्तर आपके लिख रहा हूँ,आपके उत्तर सार्वजनिक रूप से इसलिये भी लिख रहा हूँ क्योंकि जो ज्योतिष प्रेमी फ़लकथन की मीमांशा में रुचि रखते है उनके लिये लाभ होगा,साथ ही आपके लिये भी समाधान मिलेगा.अगर आप नही चाहते है कि आपका उत्तर सार्वजनिक हो उसके लिये आप हमें अपने द्वारा प्रश्न भेजने के समय नीचे लिखे दक्षिणा एकाउन्ट मे जो भी आपकी श्रद्धा हो उसे जमा करवा कर सूचित करे,आपके मुफ़्त में भेजे जाने वाले प्रश्नो के उत्तर कम से ज्योतिष प्रेमियों के लिये ही फ़ायदा देने वाले वह भी हमारी दक्षिणा की तरह से ही है,ज्योतिष प्रेमियों को कोई प्रश्न से सम्बन्धित जिज्ञासा है तो वे नीचे लिखे डिसकसन आपसन को क्लिक करके अपने विचार लिखे,आपके सुझावों को आप हमारे ईमेल moc.liamg|airuadahbortsa#moc.liamg|airuadahbortsa पर भेज सकते है इतना भी ध्यान रखे कि आपके लव अफ़ेयर करोडपति बनने वाले या किसी प्रकार से मनोरंजन वाले प्रश्न हमे नही भेजे,आपकी मुशीबत है या आप को कोई भ्रम है तो आप जरूर पूंछे हमे आपके प्रश्नो का इन्तजार रहेगा।

प्रश्न

City : mainpuri
State : uttae pradesh
Country : India
Birth Day : 12
Birth Month : 07
Birth Year : 1975
Birth Time Hour : 10
Birth Time Minute : 15
Question : mera aane wala samay kaisa hai?

उत्तर

प्रिय प्रश्न कर्ता,आपकी लगन सिंह है और आपकी राशि भी सिंह है,लगनेश सूर्य अरि भाव और भार्या भाव के मालिक शनि तथा धन और लाभ के मालिक बुध के साथ लाभ भाव मे ही विराजमान है। आपकी चन्द्रमा की दशा चल रही है और चन्द्रमा मे बुध का अन्तर चल रहा है.चन्द्रमा आपके व्यय भाव और यात्रा के भाव का मालिक है,वर्तमान मे अरि भाव और सप्तम भाव के मालिक का गोचर धन भाव मे है और भ्रम तथा कनफ़्यूजन देने के मालिक राहु का गोचर जन्म के राहु के साथ है.आपके द्वारा जो भी धन वाले कारण है वे फ़्रीज चल रहे है,आपके परिवार के लोग जो आपकी सहायता में थे वे दूर है आपके द्वारा जहां भी धन और रिस्ते के लिये बात तैयार होती है वहीं कोई न कोई दिक्कत आपके सामने तैयार हो जाती है। शनि का प्रभाव जन्म के राहु के साथ गोचर के राहु के साथ भी है,इसलिये मानसिक रूप से परिवार के लोग और जानकार लोग ही तथा धन को देने वाले लोग ही आपके प्रति कनफ़्यूजन पैदा कर रहे है और आपके द्वारा किसी न किसी प्रकार का तांत्रिक उपाय रच रहे है। चौथा राहु तंत्र का कारक है और रहने वाले स्थान को शमशान स्थान के रूप में प्रस्तुत करता है,जैसे माता के भाव मे रहने के कारण माता का प्रभाव भी जन्म के बाद शमशानी प्रभाव मे चला जाता है,शरीर के अन्दर सांस लेने वाले कारक भी गंदी आवोहवा में रहने के कारण किसी न किसी प्रकार के इन्फ़ेक्सन के लिये अपना प्रभाव पैदा करने लगते है,शनि का सप्तम का प्रभाव अष्टम में विराजमान जन्म के गुरु के साथ होने से आपके अन्दर शमशानी सिद्धि की बातों का भी प्रभाव बढने लगता है,और जो तांत्रिक गुरु होते है उनसे मिलने के लिये या उनसे पिछले समय में कुछ प्राप्त करने की जिज्ञासा भी बनी रहती है। विदेशी कारकों से और गुप्त रूप से कार्य करने की आदत भी बन जाती है,किसी न किसी न्याय की क्रिया से बचने के लिये आपको कभी कभी गुप्त निवास भी करना पडता है। कोई धन जो पहले या तो जमा पूंजी की तरह से बचाया गया हो या बीमा आदि के द्वारा प्राप्त करने की बजह से जमा किया गया हो वह पिछले समय में मिलना भी पाया जाता है,शनि की द्रिष्टि से यह प्रभाव किसी बडे कार्य करने की बजह से और जल्दी से धन कमाने की कोशिश में फ़्रीज में होना भी मिलता है। मई से गुरु का बदलाव हुया है और यह बदलान न्याय वाले कारणो में चला गया है,न्याय के कारणों मे मंगल की उपस्थिति से पारिवारिक दुश्मनी और किसी न किसी प्रकार के पुलिस या बडे अधिकारी के प्रति भी बैर भाव दिमाग में शुरु हो गया है,कानूनी कारणों मे आपकी सहायता में कोई बडा पुलिस अधिकारी भी आ सकता है,परिवार में खूनी रिस्ते के अन्दर भी आपको न्याय के लिये अपना योगदान करना पडता है,पिता या पिता परिवार के अष्टम में राहु के जाने से कोई जनहानि भी मिलती है। गुरु के द्वारा अपनी सहायताओं के रूप में सूर्य से युति लेने से दूसरों की सहायता में आपके द्वारा सरकारी बल का भी प्रयोग करना पड सकता है,बुध के साथ युति लेने से पिता या सरकारी आदेशों की अवहेलना के मामले में भागदौड भी करनी पड सकती है,गुरु के द्वारा शनि के साथ युति लेने से कोई जमीनी खरीद बेच का कारण भी आपके द्वारा लिया जा सकता है,किसी के मृत्यु के बाद उसकी सम्पत्ति को हस्तांतरण का मामला भी आपके द्वारा करवाया जा सकता है। गुरु का जन्म के चन्द्रमा के साथ गोचर करने से और शुक्र के साथ युति लेने से कानूनी कारणों में माता या सास की सहायता भी मिलती है,साथ ही गुरु का शुक्र के साथ गोचर करने से भाई या कोई परिवार की स्त्री के प्रति स्कूली शिक्षा में परमानेन्ट नौकरी की बात भी चल सकती है,अन्य प्रश्न के लिये अपनी जिज्ञासा को लिखे.

प्रश्न (कोटा से)

City : kota
State : rajasthan
Country : India
Birth Day : 08
Birth Month : 09
Birth Year : 1988
Birth Time Hour : 07
Birth Time Minute : 00
Question : govt. job kab take lege gi?
me 'mba' kar na chahe ta hu kru kya ?
bhavishya kya hoga?

उत्तर

आपकी लगन कन्या है और स्वामी बुध है,आपकी राशि कर्क है,कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा है। राशि से धन के भाव में सूर्य और केतु विराजमान है,सूर्य सरकार का कारक है और केतु नेता के रूप में जाना जाता है,आपके ही परिवार से या माता के परिवार से कोई न कोई या तो राजनीति के बडे पद पर है या किसी बडे सरकारी ओहदे पर आसीन है। केतु से दूसरे भाव मे बुध के आसीन होने से और गुरु जो भाग्य भाव मे है उसके द्वारा बुध को बल देने के कारण आपका स्वभाव बहुत ही मीठा है आप बोलने के अन्दर धार्मिक भी है और बडे बुजुर्गो को आदर भाव भी देने के लिये आपका स्वभाव है,गुरु बुध ने आपको धन और शौहरत भी दी है लेकिन आप किसी प्रकार से बडे सरकारी पद पर आसीन होना चाहते है। कार्य का कारक शनि आपके चौथे भाव मे विद्यमान है और शनि का स्थान न्याय की राशि में है,शनि का सम्पर्क छठे भाव में राहु पर है,राहु आपके जीवन में अस्पताली कार्य फ़ायनेन्स वाले कार्य कमन्यूकेशन से प्राप्त किये जाने वाले कार्य कम्पयूटर से फ़ायनेन्स वाले किये जाने वाले कार्यों की तरफ़ आपका बल बढा रहा है,वर्तमान में यह राहु आपके तीसरे स्थान में है और आपके जन्म के चन्द्रमा और शुक्र की तरफ़ अपना पूरा असर दे रहा है साथ ही इसका प्रभाव आपके सप्तम स्थान में विराजमान वक्री मंगल पर भी है,इस समय आपका रुझान किसी भी प्रकार से ले दे कर नौकरी प्राप्त करने की तरफ़ है,साथ ही नौकरी वाले क्षेत्र भी आपके लिये पानी वाले विभाग कृषि वाले विभाग और जंगलात वाले विभाग ही आपको आकर्षित कर रहे है। वैसे आपको शिक्षा में ठेके पर रखे जाने वाले कार्यों के लिये भी चांस मिला होना चाहिये। पिता के द्वारा किये जाने वाले कार्यों की संविदा नौकरी का चांस भी आपके पास है,इसके लिये आपको आने वाले दिसम्बर के महिने के आसपास नौकरी मिलने का समय मिलता है। एम बी ए आपको करना है तो फ़ायनेन्स में ही करे,साथ ही शनि के द्वारा आपके मन पर राज करने के कारण आप कार्यशील आत्मा के रूप में अपना प्रभाव बनाकर रखते है इसलिये कभी कभी के अलावा आपको कष्ट वाला समय परेशान करने के लिये नही मिलता है.

प्रश्न

City : New Delhi
State : Delhi
Country : India
Birth Day : 02
Birth Month : 11
Birth Year : 1979
Birth Time Hour : 17
Birth Time Minute : 45
Question : Pandit ji
Main apni naukari aur salary ko lekar bahut pareshan hu . Ye pareshani kab dur hogi

उत्तर

आपकी लगन मेष है और आपकी राशि मीन है। वर्तमान में आपके कार्य और कार्य से लाभ देने वाले ग्रह शनि का गोचर आपके अरि और बीमारी के साथ दुश्मनी के भाव में चल रहा है,साथ ही शनि के वक्री होने के कारण आपको कार्यों के अन्दर मेहनत की जगह पर काफ़ी दिमाग को खर्च करना पड रहा होगा। साथ ही राहु का गोचर आपके अपमान जोखिम और हर काम की बाधा वाले भाव में है,जन्म के शुक्र और बुध के साथ गोचर करने के कारण आपका दिमाग तकनीकी रूप से जो कार्य करता था आपके द्वारा जो भी सोफ़्टवेयर या इसी प्रकार के व्यवसाय से जुड कर कार्य कर रहा था साथ ही जो लोग मई के पहले तक आपके साथ मिलकर काम करने वाले थे किसी भी काम के अन्दर पहले आपको सामने रखते थे वे ही लोग आपके साथ अपमान से पेश आने लगे होंगे,राहु का प्रभाव जन्म के नीच के मंगल के साथ होने से आपके खून में लो बल्ड प्रेसर की बीमारी भी आने का कारण बन रहा है साथ ही जिसे अभी तक अपने लिये सहयोगी मानते थे वह भी आपके प्रति नफ़रत करने का कारण करने में सामने आ रहा है जिससे भी आप अपने द्वारा किये जाने वाले कार्यों से परेशान है। आपका गुरु जो आपके पंचम भाव मे है और राहु शनि से युति रखने के कारण तकनीकी विद्या को देने का कार्य करता था साथ ही जो लोग आपके आदेश का पालन करने के कारण आपका सम्मान करते थे उन्ही के द्वारा आपके साथ अपमान मिल रहा है। आपके द्वारा जो भी कार्य किया उसके द्वारा आपके जीवन साथी या इसी प्रकार के सदस्य के साथ मानसिक सम्बन्ध भी अच्छा जुडा था लेकिन समय की मार के कारण आपका वहां से भी अपमान होने लगा है,यह प्रभाव आपके लिये आने वाले ग्यारह जून तक अधिक है,इस समय में आपको अपनी शिक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रति भी शंका होने लगी होगी,आपके लिये किये जाने वाले कार्य चाहे वह शिक्षा से जुडे हो या जल्दी से धन कमाने के कारणॊ से जुडे हो आपके लिये लाभ के मामले हो या आपके पास नगद धन के मामले हों सभी के अन्दर आपको परेशानी का कारण मिलने का समय चल रहा है। नवम्बर के बाद सरकारी नौकरी का योग भी आ रहा है,साथ ही सरकारी सहायता से कोई एन जी ओ जैसा साधन भी आपके कार्यों के लिये आपकी प्रतीक्षा कर रहा है,आप शनि के उपाय करे,राहु के प्रभाव को दूर करने के लिये आपके द्वारा जो भी तकनीक प्रयोग में ली जा रही है उसे कूडे के ढेर में डालने की बजाय राख से साख निकालने की कोशिश करे,आप सोफ़्टवेयर आदि के कार्य की मारकेटिंग भी कर सकते है।

प्रश्न

City : varanasi
State : uttar pardesh
Country : India
Birth Day : 14
Birth Month : 06
Birth Year : 1985
Birth Time Hour : 15
Birth Time Minute : 22
Question : hi sir me goverment job ka yog aur future kasa hoga
Thanks

उत्तर

आपकी कुंडली के अनुसार आपकी लगन तुला है और आपकी राशि मेष है। शनि वक्री होकर आपकी लगन में केतु के साथ विराजमान है,साथ् ही केतु का लगाव आपके न्याय और विदेशी विभाग के साथ कमन्यूकेशन कम्पनी के प्रति रीकवरी और न्याय की प्रक्रिया वाले कार्यों की तरफ़ अधिक है,आपके अन्दर मारकेटिंग की क्षमता है और आपने अगर एम बी ए आदि का कोर्स किया है तो आपके लिये सरकारी कम्पनी के अलावा प्राइवेट या इसी प्रकार की कमन्यूकेशन से सम्बन्धित कम्पनी में अच्छे अवसर है,आप अपने शिक्षा वाले प्रभाव को अधिक से अधिक प्रयोग में ला सकते है,साथ ही मीडिया और क्राइम के कार्यों को भी आप बडे रूप में किसी व्यवसायिक मीडिया कम्पनी के लिये भी कार्य कर सकते है। गुरु आपकी कुंडली में वक्री होकर मकर राशि का होकर चौथे भाव में विराजमान है,पिता के बाद जमीनी कारण व्यवसाय के प्रति चलने वाली लडाइया भी आपके दिमाग को परेशान करने के लिये काफ़ी है,लेकिन अपने ही लोगों के प्रति आपकी तीखी प्रक्रिया दिक्कत देने वाली है,बहिन या बहनोई क द्वारा आपके लिये जुटाई जाने वाली सहायतायें भी आपके लिये हितकारी है। सूर्य के आपकी लगन से अष्टम में जाने से और राशि से दूसरे भाव में जाने से कभी कभी की सरकारी नौकरी जो ठेके पर कार्य करने के लिये दी जाती है जरूर मिल सकती है या आप कुछ समय के लिये सरकारी कार्य में तो जा सकते है लेकिन हमेशा के लिये सरकारी नौकरी में जाना नही मिलता है,आपके सूर्य और शुक्र के आसपास रहने से आपकी आंखों को दिक्कत मिल सकती है,आपके पिता को ह्रदय सम्बन्धी बीमारी मे अधिक खर्चा करना पड सकता है,आपके द्वारा डाक्टरी सहायताओं के लिये भी कार्य करने पड सकते है,गुरु से ग्यारहवा राहु आपको भ्रम देने के बाद आपके द्वारा प्राप्त की गयी शिक्षा को बरबाद भी कर सकता है अधिक उत्तेजना में आप तामसी कारणों में भी जा सकते है।

आपके प्रश्नों के उत्तर का दूसरा भाग

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